देश में 18वीं लोकसभा के पहले सत्र का आज यानी 25 जून को दूसरा दिन हैं। आज सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अखिलेश यादव समेत देश के 281 सांसद शपथ लेंगे। इसी के साथ लोकसभा स्पीकर के पद के लिए सरकार और विपक्ष के बीच टकराव बढ़ गया है। एनडीए की ओर से ओम बिरला ने नामांकन दाखिल किया किया है तो वही दूसरी ओर विपक्ष ने के. सुरेश ने लोकसभा स्पीकर के अध्यक्ष पद के लिए बिरला के खिलाफ नामांकन दाखिल कर दिया है। ऐसा देश में पहली बार हो रहा है की स्पीकर पद के लिए चुनाव होगा। 26 जून को बुधवार को सुबह 11 बजे स्पीकर पद के लिए वोटिंग होगी। विपक्षी सांसद एन के प्रेमचंद्रन के मुताबिक विपक्ष ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। लोकसभा चुनाव के बाद आम तौर पर स्पीकर पद के लिए पक्ष और विपक्ष में सहमति बन जाती है लेकिन भारतीय इतिहास में पहली बार लोकसभा का स्पीकर तय करने के लिए भी चुनाव होगा। इंडिया गठबंधन ने कांग्रेस सांसद के. सुरेश को स्पीकर पद के लिए अपना प्रत्याशी घोषित किया, जिसके बाद उन्होंने तुरंत ही अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया। दूसरी ओर बीजेपी सांसद ओम बिरला ने भी एनडीए की ओर से स्पीकर चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। के. सुरेश के बारे में बात करें तो वह कांग्रेस पार्टी के सांसद हैं और 8वीं बार जीत कर लोकसभा पहुंचे हैं। के. सुरेश केरल में कांग्रेस के एक दलित चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं। उन्होंने हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में मावेलिक्कारा सीट से आठवीं बार जीत दर्ज की है। उन्होंने पहले भी चार बार इस सीट और चार बार तत्कालीन अदूर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। के. सुरेश पहली बार 1989 में लोकसभा के लिए चुने गए थे और 2009 से मावेलिक्कारा सीट पर लगातार जीत दर्ज करते आ रहे हैं। 2009 में उन्हें प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार में केंद्रीय श्रम और रोजगार राज्य मंत्री के रूप में पदोन्नत किया गया था,
राहुल गांधी ने कहा, ”मैंने अखबार में पढ़ा कि पीएम मोदी ने कहा है कि विपक्ष को सरकार का सहयोग करना चाहिए. राजनाथ सिंह का सामने से फोन आया और उन्होंने कहा कि स्पीकर के पद को लेकर समर्थन कीजिए, लेकिन हमारी शर्त ये है कि डिप्टी स्पीकर का पद हमें मिलना चाहिए. इसको लेकर राजनाथ सिंह ने कोई जवाब नहीं दिया है.”
